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लद्दाख संभाग के लेह के सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ बुद्धिस्ट स्टीडीज (CIBS) में 19वें कुशोक बकुला लोबजंग थुबतन छोगनोर रिम्पोछे जन्म शताब्दी समारोह सम्पन्न हो गया। समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबो.. |
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India will soon take back the areas of Jammu and Kashmir which are under Pakistan’s occupation, Dr. Jitendra Singh, Minister of State for PMO, said on Saturday while speaking at Kargil Vijay Diwas program organised in west Delhi... |
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कारगिल विजय दिवस की 17वीं वर्षगांठ के मौके पर शहीदों की याद में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है। ये कार्यक्रम राजधानी दिल्ली के जनकपुरी के ए-ब्लॉक के कम्युनिटी सेंटर में 22 जुलाई को आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में पीएमओ में राज्यमंत्री ड.. |
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| | Press Release
Acharya Abhinavagupta millennium celebrations concludeScholars, RSS leaders come together to change discourse on Jammu Kashmir
Bangalore: The two-day brainstorming sessions on issues related to Jammu Kashmir concluded today with the resolv.. |
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| | Press Release
Acharya Abhinavagupta millennium celebrations concludeJammu Kashmir in focus as academicians, RSS, AOL thinking heads come together
Bangalore: When the issue of Jammu Kashmir gets discussed at the sprawling campus of world renowned spiritu.. |
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| Press Release
Bangalore: Jammu Kashmir Study Centre is organising a two-day National Scholar’s Confluence (VidvatSangam) on January 6th (Friday) and January 7 th (Saturday) to discuss various facets related to Jammu & Kashmir. These dialogue s.. |
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| | Click here to download the Information Booklet of the National Scholars Confluence Program [6-7 January].. |
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| | नई दिल्ली, 26 अक्तूबर 2016। महाराजा हरि सिंह ने जम्मू-काश्मीर को जो गौरव दिलाया था, पिछले साठ वर्षों में हमने उसे खो दिया है। लेकिन आज समय और परिस्थितियां बदली हैं और लोगों में एक उम्मीद की किरण जगी है। उक्त बातें जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र और इ.. |
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| | ‘अभिनव गुप्त का दर्शन विविधता में एकता का परिचायक है’- डॉ मोहन भागवत
‘अभिनव गुप्त के ज्ञान और समाज के प्रति दर्शन पर कहा कि भाव और ज्ञान सापेक्ष नहीं होता, वर्तमान की हमारी संस्कृति इसका विशेष उद्धरण है।’- श्रीश्री रविशंकर
नई दिल.. |
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| | आचार्य अभिनवगुप्त काश्मीर की पहचान- श्रीश्री रविशंकर
संदेश यात्रा पर सियासत हुई गर्म, अलगाववादियों ने दी धमकी, विधानसभा में भी उठा मुद्दा
श्रीनगर। आचार्य अभिनवगुप्त सहस्राब्दी समारोह समिति द्वारा काश्मीर शैव दर्शन के अध्येता आचार्य अभिनवगुप्त के संदेश क.. |
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| | After successful completion of awareness campaign of Abhinavagupta and his philosophy, the program culminated with two major public meetings organized to pay homage to the great saint.
A public meeting was held at Kheerbhawani... |
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| | दस जून को कश्मीर पहुंचेगी अभिनव संदेश यात्रा
आध्यात्म गुरू श्रीश्री रविशंकर करेंगे यात्रा का समापन
11 जून को श्रीनगर में होगा भव्य कार्यक्रम का आयोजन
आचार्य अभिनवगुप्त भारतीय उपमहाद्वीप के उन शिखर महापुरुषों में से एक हैं जिन्होंने सम्पूर्ण दक्षिण एश.. |
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| | प्रोफेसर बलराज मधोक का 96 वर्ष की आयु में जाना एक पूरे युग के की उठापटक के चश्मदीद गवाह का छिन जाना है । बलराज मधोक ने जम्मू-काश्मीर को तब से समझना आरम्भ किया जब भारत के विभाजन की योजनाए बन रही थी, वे तब जवान हुए जब जम्मू-काश्मीर को बलात छीनने की समरनीति तय की जा रही थी।.. |
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| | आचार्य अभिनवगुप्त सहस्त्राब्दी समारोह समिति द्वारा आयोजित ‘अभिनव संदेश यात्रा’ का विधिवत शुभारंभ 31 मार्च को गोवा और तमिलनाडु से हुआ। गोवा के प्रसिद्ध शिव मंदिर के महंथ भूषण निलकंठ भावे के नेतृत्व में मंत्रोच्चार और मंगलाचारण के सा.. |
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| | मेरठ, 16 मार्च। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग और जम्मू काश्मीर अध्ययन केन्द्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ‘जम्मू काश्मीर- एक नवविमर्श’ विषयक दस दिवसीय कार्यशाला के नौवें दिन जम्मू काश्मीर के विषय पर परीक्षा और खुले सत्र का आयोजन किया गया। जम्मू काश्मीर अध्ययन केन्द्र के निदेशक आशुतोष भटनागर ने कहा कि भारत की सबसे बडी असफलता रही है कि आजादी के छह दशक बाद भी लाखों करोड रूपये खर्च कर, हजारों सैनिकों के बलिदान के पश्चात भी जम्मू-कश्मीर की देश के प्रति एकात्मता उत्पन्न नहीं की जा सकी।.. |
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| | हिमालय और हिन्द महासागर हमारा परिचय भी है और पहचान भी है, जब तक हिमालय के शिखर और हिन्द महासागर की लहरें हमारे नियंत्रण में रहीं हम विश्व विजेता बने रहें और भारत सोने की चिड़िया कहलाए। लेकिन जैसे ही यह हमारे नियंत्रण से बाहर निकला भारत आर्थिक और सामरिक दोनों स्थिति में कमजोर देशों की श्रृंखला में शामिल हो गया। उक्त बातें जम्मू-काश्मीर अध्ययन केन्द्र के निदेशक आशुतोष भटनागर ने कही। .. |
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| | मेरठ, 11 मार्च। जम्मू काश्मीर अध्ययन केन्द्र और चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ‘जम्मू काश्मीर- एक नवविमर्श’ विषयक दस दिवसीय कार्यशाला के चौथे दिन जम्मू काश्मीर के संवैधानिक पक्ष और मानवाधिकारों को लेक.. |
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| | दिमाग की लड़ाई बंदूकों से नहीं लड़ी जा सकती- कैप्टन आलोक
जेकेएससी और इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में चल रहा है आयोजन
मेरठ, 09 मार्च। जम्मू कश्मीर की समस्या के समाधान के लिए नई पहल शुरू हुई है लेकिन इस मसले पर जिस तरह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हस्तक्.. |
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| | 08 मार्च से 17 मार्च तक चलेगी जम्मू काश्मीर : एक नव विमर्श कार्यशाला
मेरठ, 04 मार्च। तथ्यपरक विवेचन और शोध के माध्यम से समस्या को समाधान की ओर ले जाना शिक्षा क्षेत्र का कर्तव्य है। सात दशक बीतने के बाद भी अगर समस्या जस की तस है तो यह राजनीत.. |
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| | Sri Sri Ravi Shankar launched the millennium year celebrations of Acharya Abhinavagupta at a function at Vigyan Bhawan today. Union Minister of State, PMO, Dr Jitender Singh and Union Minister of State for Home Affairs Kiren Rijiju, Union Minister of State for Home Affairs Kiren Rijiju, Haryana Chief Minister Manoharlal Khattar.. |
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| | New Delhi,
With the great philosopher of Kashmir, Acharya Abhinavagupta, completing 1000 years of communion, Jammu Kashmir Study Centre together with other organizations will celebrate this momentous occasion throughout the year. The millennium celebra.. |
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| | जम्मू कश्मीर अधययन केंद्र के राष्ट्रीय निदेशक, आशुतोष भटनागर और मुंबई अध्ययन केंद्र की शक्ति मुंशी सरसंघचालक को साहित्य भेंट करते हुए.
इस साल 4 जनवरी 1016 को काश्मीर के महान दार्शनिक आचार्य अभिनवगुप्त को शिवत्व की प्राप्ति हुई थी. शिवत्व प्.. |
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| | जम्मू कश्मीर स्टडी सेंटर की तरफ से महान दार्शनिक अभिनवगुप्त द्वारा आज से हज़ार वर्ष पूर्व 4 जनवरी 1016 को शिवमय होने के उपलक्ष्य में सोमवार की शाम विवेक संवित स्थल पर दीप प्रजवल्लन के साथ संकल्प सत्र आयोजित किया गया। शिवत्व प्राप्ति के एक हज़ार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे साल आचार्य अभिनवगुप्त सहत्राब्दि समारोह मनाया जायेगा।.. |
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| | नई दिल्ली। मंडी हाउस सर्किल का नाम आचार्य अभिनवगुप्त रखे जाने के प्रस्ताव नई दिल्ली नगर निगम (एमडीएमसी) को दिया गया है। आचार्य अभिनवगुप्त सहस्राब्दी समारोह की शुरूआत करते हुए नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि काशमीर के इतने बड़े दार्शनिक के नाम पर इस सर्किल का नाम रखा जाना सौभाग्य की बात होगी और इस प्रस्ताव का मैं समर्थन करती हूं।.. |
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